Monday, 18 May 2020

स्मोग से बचने का घरेलू उपचार पहली बार

दीपावली के त्यौहार के बाद जिस प्रकार स्मोग का कहर पूरे उत्तर भारत पर भारी पड़ रहा है उसने अब घर-घर में खांसी, दम फूलना, आंखों में जलन के साथ चक्कर आना और बहुत सी ऐसी परेशानियों को जन्म देना शुरू कर दिया है जो मौसम परिवर्तन के साथ होना सामान्य है लेकिन प्रदूषण के कहर के कारण अब बड़ी आफत के रूप में घर-घर में पहुंच चुकी है।
imageimagecredit: third party image referenceस्मोग या धुंध के कारण जहरीली हुई हवा को आप अपने शरीर के अंदर आने से तो रोक नहीं सकते पर जिस प्रकार मास्क के उपयोग से उस अशुद्ध वायु को कुछ हद तक फिल्टर कर शरीर में जाने दिया जाता है और जहरीली वायु के जहरीले कणों को रोका जाता है उससे भी बेहतर आपके लिए जरूरी है कि आप एक छोटे कपड़े में कपूर, तुलसी के पत्ते, कुछ लोंग डालकर उसका तावीज जैसा बना लें और उसको अपने गले में डालकर रखें। गले में यदि न पहन सकें तो उसको अलग-अलग दोनों बाजुओं पर ऊपर की तरफ बांधकर रखें।
कपूर अशुद्ध व जहरीली वायु को शुद्ध करता है तो तुलसी व लौंग एक एंटीबायोटिक तैयार कर आपके श्वसन तंत्र के आसपास सुरक्षा का दायरा बना देता है।
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यह एक आजमाया नुस्खा है। इसके अलावा अपने रुमाल को हल्का गीला रखें व बहुत अधिक प्रदूषण प्रभावित क्षेत्र में नाक पर रुमाल रखकर निकलने पर आपको खुद पता चलेगा कि किस तेजी से पीएम 2.5 और पीएम 10 स्तर के कण श्वसन तंत्र को प्रभावित करने आते हैं। यह गीला रुमाल उन कणों को नाकद्वार से फेफड़ों में पहुंचने से रोकता है। 

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